In my last visit to Chennai, a good friend of mine who picked up interesting
curios came home. He presented to us one clay item where a crow is sitting
atop a pitcher. He smilingly said, “Everyone
knows the Aesop’s fable associated with this curio. Why don’t you give the
story a new twist and share it with children?” Now that was like an
interesting mental and creative challenge which I, initially, rejected but then
started penning lines. Sharing with you, the
children, this tale. Apologies to those who may not like the corrupted
version of the original fable and also to those who are at unease with the
script in Hindi. You may treat this a mash-up of Aesop’s fable in English with
Panchatantra in Hindi.
कौआ और पंचू
पंचू बोला कौआ काका
काहे करे तू कायें कायें
काका बोला बिन पानी के
जान मेरी है जाये- जाये
मेरे बगीचे में एक घड़ा है रखा
पानी उसमे है पड़ा वहां
पानी उसमे है बहुत ही थोड़ा
चोंच मेरी ना पहुंचे जहाँ
चल काका तेरी मदद करूँ मैं
पर बदले में एक वादा कर
चाहे मुझसे तू कुछ भी मांग ले
बस मेरे सूखे गले में नीर दे भर
मैं तुझे दूँ ढेर से पत्थर
डाल पानी में एक एक कर
वाह रे पंचू इससे तो पानी ऊपर आ गया
क्या बुद्धि आयी तेरे इस छोटे से सर
अब पी लो पानी भर के
और वादा मेरा तू दे कर पूरा
पानी पी के कौआ बोला
मांग ले कुछ भी पंचू छोरा
तुम कल सुबह होते उड़ जाओगे
कल से तुम सुबह ना गाना गाओगे
नींद से ना मुझे उठाओगे
तेरी कायें कायें से परेशान हैं सब
सुबह की कायें कायें ना होगी जब
शांति होगी मेरे घर जब
खुश रहेंगे मम्मी पापा भाई बहन सब
मान गये हम तुमको पंचू भाई
जान बची तो लाखों पाए
चलता हूँ मैं बाई- बाई
फिर मिलूंगा जब कोई आपदा आये
मुश्किल कभी भी आन पड़े
पंचू को जो याद करे
सब परेशानी कर सके वो दूर
पंचू का तंत्र है जग में मशहूर
A crow trying to stay alive among the ruins of Mahabalipuram |
SS
Very Interesting direction
ReplyDeleteVery nice twist Sir..
ReplyDeleteConfusion ho raha hai ki ज्यादा अच्छी कविता है या फोटो
ReplyDeleteSS, you actually can create one modern Panchu.
ReplyDeleteVery interesting
ReplyDelete🙂
ReplyDeleteGood twist
ReplyDeleteVery interesting
ReplyDeleteRegards
Partho
Very good attempt. Flawless Hindi.
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