Sunday, 9 July 2023

Innocence


Mother & Child by Jamini Roy

चल  बेटी , चलते  हैं 

कहाँ  जाना  है  माँ ? 

मंदिर 

वहां  कौन  रहता  है ?

भगवान  रहते  हैं 

पर मेरे  किसी  दोस्त  का  नाम  भगवान नहीं  है ?

अरे   पगली  वो  सबका  दोस्त है 

मेरा  भी ?

अरे  उसका  नाम  कृष्णा  है 

ओ, वो  कृष्णा  जो  B-1 में  रहता  है ?

नहीं  बच्ची , वो  नहीं 

तो  कौन  है  कृष्णा ?

वो  कृष्णा  भगवान  है 

कृष्णा  मंदिर में ही रहता है क्या,  माँ ?

हाँ, कभी  झूले  पे  बैठा , कभी  आसन पे  खड़ा 

वो  स्कूल  नहीं  जाता  है  क्या ?

वो  सब  जानता  है , इसी  लिए  नहीं  जाता 

तो  टीचर  उसको  प्यार  करती  होगी ?

हाँ  सब  उसको  प्यार  करते  हैं 

और  वो  किसको  प्यार  करता  है ?

वो  भी  सबको  प्यार  करता  है 

मुझे  भी ?

हैं  मेरी  रानी, तुमसे सबसे ज़्यादा 

तुमसे  भी  ज़्यादा ?

चल  पगली …चलते  हैं 

बताओ  ये   भगवान  कौन  है ?

अरे  वो  सबका  रखवाला  है 

अपने  चौकीदार  चाचा  की  तरह ?

अरे  तुझे  मैं  कैसे  समझाऊं

बताओ  ना  माँ 

वो  सबको  अच्छी  चीज़ें  देता  है 

पापा  की  तरह  मेरे  लिए चीज़ें  लाता  है  क्या ?

हाँ 

पर  उसने  मुझे  कौन  सा  खिलौना   दिया  है  माँ ?

तेरे  सवालों  का  मेरे  पास  कोई  जवाब  नहीं 

मंदिर  जाकर  हम  क्या  करेंगे ?

हम  फूल  और  प्रसाद  लेंगे  और  भगवान  को  देंगे 

क्यों  देंगे ?

क्योंकि  सब  देते  हैं 

फूल  और  प्रसाद  से  भगवान  क्या  करते  हैं ?

लोग फूल  की  माला  और  प्रसाद  उन्हें  चढ़ाते  हैं  

उससे  क्या  होता  है ?

भगवान  सुन्दर  दीखते  हैं  और  मंदिर  महकता   है  

वैसे  ही  जैसे  तुम  जब  बालों  में  गजरा  लगाती  हो?

चल  बेटी   जल्दी  वरना  वहां  भीड़  हो  जाएगी 

भीड़  क्यों  हो  जाएगी  माँ ?

सबको  भगवान  के  दर्शन  करने  की  जल्दी  होती  है 

दर्शन  से  क्या  होता  है ?

दर्शन  से  आशीर्वाद  मिलता  है 

आशीर्वाद  क्या  होता  है  माँ ?

आशीर्वाद  मतलब  खशी   मिलती  है 

वह  खुशी  जो  मुझे  दोस्तों  के  साथ  खेलने  से  मिलती  है ?

पागल  कर  देगी  तू  और  तेरे  सवाल 

माँ  बोलो  ना  भगवान  कैसे  दीखते  हैं ?

अरे  दादी  के  पूजा  घर  में  जो  हैं , वही  भगवान  है ?

वहां  तो  माँ  बहुत  सारे  दादी के खिलौने  हैं 

वो  खिलोने नहीं, सब  भगवान  हैं 

कुछ  दीवारों  पे भी झूल रहे  हैं 

हाँ  वो  भी  भगवान  हैं 

सब देखने में अलग दीखते हैं

पर सब भगवान हैं बेटी 

क्या उन  सब  लोगों  का  एक  ही  नाम है माँ ….भगवान?

हाँ  बेटी  हाँ 

वो सब सबको  प्यार , सबकी  रक्षा , सबको अच्छी अच्छी  चीज़ें  देते  हैं ?

हाँ  हाँ 

मतलब  सब  एक  ही  हैं , सब  भगवान ?

हाँ  बेटी  हाँ 

मेरे  भगवान्  और  मेरे  सब  दोस्तों  के  भगवान  एक  ही  हैं ?

हाँ  हाँ  हाँ 


मेरा  भगवान , तेरा  भगवान ...more lives have been lost in the name of God than all the wars put together in history.

SS

13 comments:

  1. A serious topic penned in an innocently beautiful way.

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  2. अति सुंदर सिबेश। तुम्हारी पकड़ हिंदी पर भी उतनी ही मजबूत है जितनी अंग्रेजी पर।

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  3. Very thought provoking !

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  4. Such a subtle way of putting across a strong message....kudos for this one...

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  5. खूबसूरत पंक्तियां।

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  6. Beautifully explained to an innocent child. Sir keep writing & forwarding, I thoroughly enjoy reading.

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  7. Good One Sir

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  8. Good One Sir

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  9. Powerful. So easily expressed the complexity. Great.

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  10. 56 million deaths were directly caused by World War II (military and civilian), with an additional 19 million deaths from war-related diseases and famine.
    Not to forget King Leopold II of Belgium, who butchered 10 million people of what is presently known as the Democratic Republic of Congo.

    No God was involved in both. There are examples galore where God's involvement can be unequivocally ruled out. It's the political ecosystem that God is in the midst of.

    God doesn't kill. He simply ends our pre-decided tenure.


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  11. बडी गजब कि पंक्तियां संजोई है, सिबेष सर क्या खूब लिखा है आपने, मजा आ गया

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